नीतीश सरकार का बड़ा आदेश, बिहार में 3 महीने के लिए टला भूमि सर्वेक्षण! Bihar Land Survey News

Bihar Land Survey News: बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। नीतीश कुमार सरकार ने इस सर्वे को 3 महीने के लिए टाल दिया है। यह फैसला लोगों की परेशानियों को देखते हुए लिया गया है। कई लोग अपने जमीन के कागजात जुटाने में मुश्किल का सामना कर रहे थे। इसके अलावा, कुछ जगहों पर सर्वे के दौरान गड़बड़ियों की शिकायतें भी मिल रही थीं।

इस फैसले से लोगों को राहत मिलेगी और वे अपने दस्तावेज ठीक से तैयार कर पाएंगे। सरकार का मकसद है कि सर्वे सही तरीके से हो और किसी को परेशानी न हो। आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं।

बिहार भूमि सर्वेक्षण क्या है?

Bihar Land Survey News

बिहार भूमि सर्वेक्षण एक बड़ा प्रोजेक्ट है जिसके तहत पूरे राज्य की जमीनों का सर्वे किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य है:

  • जमीन के रिकॉर्ड को डिजिटल करना
  • पुराने खतियानों को अपडेट करना
  • जमीन विवादों को कम करना
  • लोगों को उनकी जमीन के सही दस्तावेज देना

यह सर्वे करीब 45,000 गांवों में किया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने 10,000 से ज्यादा अधिकारियों की नियुक्ति की है।

सर्वे को टालने का कारण

सरकार ने सर्वे को 3 महीने के लिए टालने के कुछ प्रमुख कारण बताए हैं:

  • लोगों को अपने दस्तावेज जुटाने में दिक्कत हो रही थी
  • कई पुराने दस्तावेज कैथी लिपि में हैं, जिन्हें पढ़ने वाले कम हैं
  • कुछ जगहों पर सर्वे में गड़बड़ियों की शिकायतें मिली थीं
  • लोगों को और समय देने की जरूरत महसूस हुई
  • सर्वे प्रक्रिया को और बेहतर बनाने की योजना है

सरकार के नए निर्देश

नीतीश सरकार ने सर्वे को टालने के साथ कुछ नए निर्देश भी जारी किए हैं:

  • लोग 3 महीने तक अपने दस्तावेज जमा कर सकते हैं
  • ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से आवेदन लिए जाएंगे
  • सर्वे टीमों को और प्रशिक्षण दिया जाएगा
  • कैथी लिपि के दस्तावेजों को पढ़ने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी
  • गड़बड़ियों की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी

लोगों को क्या करना होगा?

अगर आप बिहार में जमीन के मालिक हैं, तो आपको ये काम करने होंगे:

  • अपनी जमीन से जुड़े सभी दस्तावेज इकट्ठा करें
  • खतियान, जमाबंदी, मालगुजारी रसीद आदि तैयार रखें
  • अगर परिवार में बंटवारा हुआ है तो उसके कागज भी रखें
  • वंशावली बनाकर रखें, खासकर अगर जमीन पुराने नाम पर है
  • सरकारी वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं
  • या फिर अपने नजदीकी सर्वे कैंप में जाकर फॉर्म भर सकते हैं

सर्वे का महत्व

इस भूमि सर्वेक्षण का बिहार के लिए बहुत महत्व है। इससे कई फायदे होंगे:

फायदेविवरण
जमीन विवाद कम होंगेसही रिकॉर्ड होने से झगड़े कम होंगे
डिजिटल रिकॉर्डसभी जानकारी कंप्यूटर पर होगी
आसान लेन-देनजमीन बेचना-खरीदना आसान होगा
विकास में मददसरकारी योजनाओं के लिए जमीन लेना आसान होगा
किसानों को फायदाबैंक लोन लेना आसान होगा

लोगों की प्रतिक्रिया

इस फैसले पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं:

  • कई लोग इसे अच्छा फैसला मान रहे हैं और राहत महसूस कर रहे हैं
  • कुछ लोगों को लग रहा है कि इससे प्रोजेक्ट में देरी होगी
  • किसान संगठन इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं
  • विपक्षी दल सरकार पर सवाल उठा रहे हैं कि पहले ही ये क्यों नहीं सोचा

आगे की योजना

सरकार ने आगे की योजना भी बनाई है:

  • 3 महीने बाद सर्वे फिर से शुरू होगा
  • इस बीच सभी तैयारियां पूरी की जाएंगी
  • लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा
  • सर्वे की प्रगति की लगातार समीक्षा की जाएगी
  • जुलाई 2025 तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य है

Author

  • Kusum Gupta

    Kusum Gupta is a skilled journalist who writes helpful articles on government schemes, jobs, education and trending news, that helps readers to stay updated. She has done her masters in the Mass Media Journalists From Mumbai University.

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