Gold Price Today: सोने की कीमतों में हाल ही में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पिछले 25 सालों में पहली बार सोने के दाम इतने नीचे आए हैं। यह खबर सोना खरीदने वालों के लिए अच्छी है, लेकिन जिन लोगों ने निवेश के लिए सोना खरीदा था, उनके लिए चिंता का विषय हो सकता है। आइए जानते हैं सोने की कीमतों में आए इस बदलाव के बारे में और देखते हैं अलग-अलग कैरेट के सोने के वर्तमान भाव।
सोने की कीमतों में गिरावट कई कारणों से हुई है। अमेरिका में ब्याज दरों में कमी की उम्मीद, डॉलर का कमजोर होना और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत इसके प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा, कोरोना महामारी के बाद अब लोग दूसरे निवेश विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, जिससे सोने की मांग में कमी आई है।
सोने के दामों में गिरावट का असर
सोने की कीमतों में आई इस गिरावट का असर कई तरह से देखा जा सकता है:
- सोना खरीदने वालों के लिए यह अच्छा मौका है। शादी-ब्याह या त्योहारों के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे लोगों को अब कम कीमत पर सोना मिल सकेगा।
- निवेश के लिए सोना खरीदने वालों को थोड़ा नुकसान हो सकता है। लेकिन लंबे समय में सोने की कीमतें फिर से बढ़ने की उम्मीद है।
- सोने के आभूषण बनाने वाले कारीगरों और ज्वैलरी शॉप के मालिकों को फायदा हो सकता है, क्योंकि सस्ता होने से सोने की मांग बढ़ सकती है।
- बैंकों द्वारा दिए जाने वाले गोल्ड लोन की राशि कम हो सकती है, क्योंकि अब सोने की कीमत कम हो गई है।
वर्तमान सोने के भाव
आइए अब देखते हैं अलग-अलग कैरेट के सोने के वर्तमान भाव:
कैरेट | प्रति 10 ग्राम भाव (रुपये में) |
24 कैरेट | 71,494 |
22 कैरेट | 65,489 |
18 कैरेट | 54,560 |
14 कैरेट | 42,436 |
ये भाव 4 सितंबर, 2024 के हैं और अलग-अलग शहरों में थोड़ा अंतर हो सकता है।
प्रमुख शहरों में सोने के भाव
- दिल्ली: 24 कैरेट – 72,900 रुपये, 22 कैरेट – 66,800 रुपये
- मुंबई: 24 कैरेट – 72,750 रुपये, 22 कैरेट – 66,650 रुपये
- कोलकाता: 24 कैरेट – 72,600 रुपये, 22 कैरेट – 66,500 रुपये
- चेन्नई: 24 कैरेट – 73,050 रुपये, 22 कैरेट – 66,950 रुपये
सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव कई कारणों से होता है:
- वैश्विक आर्थिक स्थिति
- डॉलर की मजबूती या कमजोरी
- ब्याज दरों में बदलाव
- भू-राजनीतिक तनाव
- केंद्रीय बैंकों की नीतियां
- मांग और आपूर्ति का संतुलन
सोने में निवेश के विकल्प
- फिजिकल गोल्ड: सोने के सिक्के या बार खरीदना
- गोल्ड ईटीएफ: स्टॉक मार्केट में ट्रेड होने वाले फंड
- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले बॉन्ड
- डिजिटल गोल्ड: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खरीदा जाने वाला सोना
सोने की शुद्धता और हॉलमार्किंग
सोने की शुद्धता को कैरेट में मापा जाता है। 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है। भारत में अब सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दी गई है, जिससे ग्राहकों को शुद्ध सोना मिलने की गारंटी मिलती है।
- 22 कैरेट सोने को BIS 916 के रूप में हॉलमार्क किया जाता है
- 18 कैरेट सोने को BIS 750 के रूप में हॉलमार्क किया जाता है
सोने के भाव का ऐतिहासिक डेटा
सोने की कीमतों में पिछले कुछ दशकों में काफी बदलाव आया है:
- 1947: 88.62 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 1964: 63.25 रुपये प्रति 10 ग्राम (सबसे कम कीमत)
- 1980: 1,333 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 2000: 4,400 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 2010: 18,500 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 2020: 48,651 रुपये प्रति 10 ग्राम
- 2022: 52,670 रुपये प्रति 10 ग्राम
निवेश के रूप में सोना
सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है। लेकिन क्या आज भी सोने में निवेश करना फायदेमंद है? इस बारे में विशेषज्ञों की राय जानते हैं:
केडिया एडवाइजरी के प्रेसिडेंट अजय केडिया का मानना है कि सोने की कीमतों में अस्थिरता बढ़ गई है और पिछले कुछ महीनों में इसने मजबूत रिटर्न दिया है। उनका अनुमान है कि अगर यह अस्थिरता जारी रही तो कीमतें लगभग 2,240 डॉलर प्रति औंस की नई ऊंचाई पर पहुंच सकती हैं।
कोटक सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रविंद्र राव का कहना है कि खुदरा आभूषण खरीदारी को भारत और चीन में उच्च घरेलू कीमतों से प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
ऑल इंडिया जेम एंड ज्वैलरी डोमेस्टिक काउंसिल (GJC) के चेयरमैन संयम मेहरा का मानना है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरें घटाने और भू-राजनीतिक तनाव जारी रहने से सोने को समर्थन मिलेगा। उनका अनुमान है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 2,250-2,300 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
सोने में निवेश के फायदे
- मुद्रास्फीति से सुरक्षा
- आर्थिक अनिश्चितता के समय में स्थिर निवेश
- आसानी से नकदी में बदला जा सकता है
- विविधीकरण का अच्छा साधन
सोने की कीमतों में आई हालिया गिरावट ने कई लोगों को चौंका दिया है। लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि सोने की कीमतें हमेशा उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरती रही हैं। लंबी अवधि में देखें तो सोने ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है।
अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है। लेकिन याद रखें कि किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम सहने की क्षमता पर विचार करना चाहिए। एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाने के लिए सोने के साथ-साथ अन्य संपत्ति वर्गों में भी निवेश करना अच्छा रहता है।
अंत में, चाहे आप निवेश के लिए सोना खरीदें या आभूषण के लिए, हमेशा प्रामाणिक स्रोतों से ही खरीदारी करें और हॉलमार्क वाले सोने को प्राथमिकता दें। इससे आपको शुद्ध सोना मिलने की गारंटी मिलेगी और आपका निवेश सुरक्षित रहेगा।